“तुम्हारी यादों का जहर इतना गहरा है, की चाह कर भी तुम्हें भुला नहीं पाता… हर दिन तड़पता हूँ तेरे ख्यालों में, पर तू मिले तो कह नहीं पाता।”
“दर्द इतना गहरा है दिल में छुपाया हुआ, की मुस्कुराने पे भी आँखें नम हो जाती हैं… लोग कहते हैं ‘ठीक हो जाओगे’, पर ये ज़ख्म हर रात ताज़ा हो जाते हैं।”
“तेरे जाने के बाद ये दिल सूनापन लिए है, हर साँस में तेरी यादें, हर पल तेरी कमी है… तू नहीं है मगर तेरे सपने अभी भी, मेरी नींद में आकर मुझे रुला देते हैं।”
“क्या बताऊँ कैसा लगता है तेरे बिना, जैसे दिल में कोई खालीपन सा छोड़ गया हो… तेरी यादें अब साया बनकर, मेरे साथ-साथ चलती हैं।”
“हर रात तेरी यादों में जागता हूँ, तू नहीं है फिर भी तेरे नाम पे सिसकता हूँ… काश! तू समझ पाता, तेरे बिना कितना टूटता हूँ।”
“तेरे बिना जीना सीख लिया है, मगर तेरी यादों से भाग नहीं पाता… हर गली, हर शाम, हर चुप्पी में, तू कहीं न कहीं दिख जाता है।”
“मैं वो मुसाफिर हूँ जिसकी मंजिल खो गई, जिसका साथी रास्ते में ही छोड़ गया… अब बस यादों के सहारे, एक अधूरी कहानी जी रहा हूँ।”
“तू चला गया मगर दर्द छोड़ गया, हर साँस में तेरी कमी महसूस होती है… तेरे बिना जीना आसान नहीं, पर मरना भी मुमकिन नहीं।”
“कितनी बार समझाया खुद को, तू मेरी नहीं, तेरा मैं नहीं… फिर भी दिल ये मानता नहीं, तेरे बिना जीने को तैयार नहीं।”
“तेरे जाने के बाद ये दिल रोता है, हर खुशी में भी एक उदासी छुपी होती है… तू नहीं है मगर तेरी यादें, हर पल मुझे तड़पाती हैं।”
“मैं वो दीपक हूँ जो खुद ही जलकर, तुझे रोशनी देता रहा… तू चला गया और मैं बुझ गया, बस धुआँ बनकर रह गया।”
“हर दिन तेरे बिना गुजरता है, हर रात तेरी यादों में कटती है… काश! तू एक बार फिर से, मुझे अपना बना लेता।”
“तेरे बिना ये ज़िंदगी अधूरी है, हर पल तेरी तलाश में गुजरता है… तू नहीं है मगर मेरा दिल, अभी भी तेरा इंतज़ार करता है।”
“मैं वो पागल हूँ जो तेरे प्यार में, खुद को खो चुका है… तू चली गई मगर मेरा दिल, अभी भी तेरे पास ही है।”
“तेरी यादों ने मुझे इतना तोड़ दिया, की अब खुद से भी डर लगता है… हर शाम अकेले में, बस तेरे नाम पे आँसू बहाता हूँ।”
“तू नहीं है फिर भी तेरी बातें याद हैं, तेरी मुस्कान, तेरी आदतें याद हैं… कैसे भूलूँ मैं तुझे, जब तेरी सारी यादें अभी भी ज़िंदा हैं।”
“मैं वो बादल हूँ जो बरसकर भी, अपना दर्द नहीं धो पाया… तू चली गई और मैं, बस एक उदास सा मौसम बनकर रह गया।”
“तेरे बिना ये ज़िंदगी सूनी है, हर पल तेरी कमी महसूस होती है… काश! तू वापस आ जाता, और मेरी ज़िंदगी को फिर से रोशन कर देता।”
“मैं वो किताब हूँ जिसके हर पन्ने पर, तेरा नाम लिखा है… तू नहीं है मगर मेरी हर कहानी, अब भी तेरे इर्द-गिर्द घूमती है।”
“तू नहीं है मगर तेरी यादें, मेरे दिल में ज़िंदा हैं… हर रात तेरे ख्यालों में, मैं बस तुझी को पुकारता हूँ।”